Research Flex
ISBN: 978-93-93166-40-1
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समतल/स्तर और अक्ष

 डॉ. रामभूषण मिश्रा
असिस्टेंट प्रोफेसर
शारीरिक शिक्षा विभाग
दीन दयाल उपाध्याय शासकीय स्नातकोत्तर कॉलेज
सैदाबाद, प्रयागराज  उत्तर प्रदेश, भारत 

DOI:
Chapter ID: 16301
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Plane and Axis समतल/स्तर और अक्ष- समतल/स्तर पराम्परिक रूप से तीन प्रकार के होते है। एक स्तर दूसरे दो स्तरों पर लम्बवत् होता है। इसी प्रकार से गति के लिए अक्ष भी तीन प्रकार के होते है। और ये अक्ष भी स्तरों के ऊपर लम्बवत् होते है। शरीर की हलचलों और जोड़ों के प्रकार अनुसार शरीर में विभिन्न जोड़ों पर होने वाली हलचलों के अनुसार प्लेन और एक्सिस के निम्न प्रकार है।

Body Plane- (शरीर के समतल/स्तर)

1. Sagittal Plane (सजिटल प्लेन)- वह स्तर है, जो शरीर के ऊपर से नीचे की (Vertical) की ओर होता है। और शरीर में आगे से पीछे की ओर जाता है। अर्थात् शरीर को ऊपर से नीचे तक दायें और बायें दो भागों में बांटता है।
2.
Coronal or Frontal Plane- यह स्तर भी शरीर में ऊपर से नीचे की ओर ;टमतजपबंसद्ध होता है जो शरीर को आगे और पीछे दो भागों में बांटता है।

3. Transverse or Horizontal plane–  यह वह समतल/स्तर है जो शरीर के बीचों बीच आगे से पीछे की ओर जाता है। और शरीर को ऊपर-नीचे दो भागों में बांटता है।

Axis of the Body-अक्ष -

1. Frontal Axis - शरीर में sagittal plane पर कार्य करता है जो शरीर में बायें से दाये या दाये से बायें की ओर जाता है।

2. Sagittal Axis- शरीर में से Frontal plane पर कार्य करता है और शरीर में आगे से पीछे या पीछे से आगे की ओर जाता है।

3. Vartical/Longitudinal Axis- यह Axis शरीर में Horizontal plane पर होता है। यह शरीर में ऊपर से नीचे या नीचे से ऊपर की ओर जाता हैं।

क्योंकि प्रत्येक समतल/स्तर (plane) शरीर को दो भागों में बांटता है। यह पाया गया है कि प्रत्येक स्तर/समतल शरीर के मध्य बिन्दु (गुरूत्व बिन्दु) से होकर गुजरता है, अर्थात् हम कह सकते है कि गुरूत्व केन्द्र बिन्दु शरीर में वह जगह या बिन्दु है, जहॉ से पर तीन स्तर एक दूसरे को लम्बवत् काटते है। और जब हम स्तरों के अनुसार हलचलों की व्याख्या करते है तो हम देखते है कि बाजू के अग्रभाग (Fore Arm) की हलचल Sagital plane में अर्थात् ये हलचल सजिटल प्लेन में होती है, परन्तु इसके लिए यह आवश्यक नहीं है यहॉ पर समतल/स्तर (Plane) गुरूत्व केन्द्र बिन्दु में से होकर गुजरे इसके लिए हम Cardinal Plane की संज्ञा देते है। इसलिए यह माना गया है कि तीन Cardinal plane होते है जबकि Cardinal plane के समान्तर अनगिनत संख्या में खड़े और आड़े (Vartical and Horizontal)प्लेन/ समतल होते है। जैसे कि सिर का हिलाना (Hodding) यह हलचल Cardial Sagital plane पर होती है, परन्तु टॉग या बाजू की सामने ऊपर की हलचल Sagital plane पर होती है।

Diagonal Plane of Motion- उपरोक्त तीन समतल/स्तर (Plane) अक्षों (Axis) के अन्तरिक खेलकूद की विशिष्ट हलचलों में विशेष Diagonal plane पर हलचल होती है। जैसे कन्धे के जोड़ से Over Arm Throw और Discus Throw, High and Low Diagonal Plane पर होती है football में किक कूल्हे के जोड़ की Low Diagonal plane पर होती है।

Axis and Plane

There types of Axis and Plane

Main Movements of the Body at different joints

 

AXIS

PLANE

MOVEMENTS

(a)

(a) Frontal Axis

(a) Sagittal Plane

(a) Flexion

शरीर में वायें से दायें या दायें से बायें की ओर जाता है।

(b) Extension

(c) Hyper Extension

(d) Planter Flexion

(e) Dorsal Flexion

(b)

Sagittal Axis

(b) Frontal Plane

(a) Abduction

शरीर में आगे से पीछे या पीछे से आगे की ओर जाती है।

(b) Adduction

(c) Lateral Flexion

(c)

Vertical Axis 

(c) Horizontal Plane

(a) Inword Rotation

 

शरीर में नीचे से ऊपर या ऊपर से नीचे की ओर जाता है।

(b) Out ward r

1. Flexion - क्रियाशील जोड़ की दो हड्डियों जब एक दूसरे के समीप आती है।

i. Lateral flexion - गर्दन को दाई या बाई ओर झुकाता या कमर से। 

ii. Hyper flexion - हाथ के अगूठें को पीछे को ओर मोड़ती। 

2. Extension : Flexion- के विपरीत

i. Lateral Extension – Lateral flexion  सिमगपवद के विपरीत

ii. Hyper flexion- हाथ कन्धे के ऊपार से पीछे ले जाना।

3. Adduction- जब कोई अंग शरीर के मध्य रेखा से दूर जाता है। हाथ या टांग को साइड में उठाना।

4. Adduction- जब कोई अंग वापिस शरीर की मध्य रेखा की ओर आता है हाथ या टांग को वापिस शरीर की ओर लाना।

5. Rotation : (यह Vertical Axis पर होती है) गर्दन का अन्दर या बाहर की ओर को घुमाना बाहर की ओर घुमाना Outward Rotation अन्दर की ओर घुमाना Internal rotation.

6. Circumduction- एक जोड़ पर किसी का 360° पर वृत्ताकर चारों ओर घूम जाना। यह हलचल कन्धे के जोड़ पर होती है।

7. Elevation- कन्धे को ऊपर उठाना (हाथों को सामने से ऊपर खिंचना) (Scapula को ऊपर नीचे करना)

8. Depreion- कन्धे को नीचे लाना (हाथों को सामने से नीचे लाना।

9. Supination- हथेली को ऊपर की ओर घुमाना।  

Ankle Joint पर

Plaxter Flexion

:

पैर के पंजे को नीचे जमीन की ओर खिंचना

Darsal Flexion

:

पैर के पंजे को ऊपर व ऐड़ी को निचे की ओर खिंचना।

Inversion

:

पैर के पंजे को अन्दर की ओर मोड़ना (घुमाना)

Eversion

:

पैर के पंजे को बाहर की ओर मोड़ना (घुमाना)

       

सन्द्रर्भ ग्रंथ सूची-

1. Kinesiology– Scientific Basis of Human Motion tenth Edition – 2002. (Nancy Hamilton & Kathryn Luttengs ) McGraw– Hill Higher Education, America, New York.

2. Kinesiology care of Athletic injuries and Health Education. Piyush Jain, Knel Sahitya Kendra, New Delhi -2009. 

3. Bio-Mechanics of Human Motion T. Mc Clurg Anderson Sports publication – New Delhi-2007.

4. Scientific principles of Biomechanics Dr. P. Chinnappa Reddy.

5. Bio-Mechanics in Physical Education and Exerise Science Dr. A. K. Uppal and Others Friends Publication, New Delhi – 2009. 

6. Dictionary of Physical Education & Sports Science. Lokesh Thani, Sports publication, New Delhi – 1997.