|
|||||||
मध्यप्रदेश राज्य के धार जिले में ऐतिहासिक व पर्यटन स्थल | |||||||
Historical and Tourist Places in Dhar District of Madhya Pradesh State | |||||||
Paper Id :
16419 Submission Date :
2022-08-13 Acceptance Date :
2022-08-21 Publication Date :
2022-08-25
This is an open-access research paper/article distributed under the terms of the Creative Commons Attribution 4.0 International, which permits unrestricted use, distribution, and reproduction in any medium, provided the original author and source are credited. For verification of this paper, please visit on
http://www.socialresearchfoundation.com/innovation.php#8
|
|||||||
| |||||||
सारांश |
धार जिला मध्यप्रदेश राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित हैं। यह इंदौर शहर से पश्चिम की ओर 61 किमी. दूर हैं। इस जिले का कुल क्षेत्रफल 8185 वर्ग कि.मी. हैं। धार जिले में धार, बदनावर, सरदारपुर, धरमपुरी, गंधवानी, मनावर, कुक्षी व डही तहसील सम्मिलित हैं, जो 13 विकासखण्डो में विभक्त हैं। इस जिले में 1566 गॉव हैं। परिवहन होटल व व्यवसाय के क्षेत्र में रोजगार व आय प्राप्त करने में ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलो का महत्वपूर्ण स्थान होता हैं। धार जिले में माण्डू, पीथमपुर, धारनाथ छबीना, कालिका मंदिर (धार), मोहनखेड़ा, भोपावर तीर्थ, अमझेरा, शक्तिपीठ, बाग, बड़केश्वर, बागप्रिंट, बाग गुफाएॅ, कोटेश्वर, चिखल्दा इत्यादि महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व पर्यटन स्थल हैं।
|
||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|
सारांश का अंग्रेज़ी अनुवाद | Dhar district is located in the western region of the state of Madhya Pradesh. It is 61 KM towards west from Indore city. are far. The total area of this district is 8185 sq. km. Huh. Dhar district includes Dhar, Badnawar, Sardarpur, Dharampuri, Gandhwani, Manawar, Kukshi and Dahi tehsils. Which are divided into 13 development blocks. There are 1566 villages in this district. Historical and tourist places in getting employment and income in the field of transport, hotel and business has an important place. Mandu, Pithampur, Dharnath Chhabina, Kalika Mandir (Dhar), Mohankheda, Bhopwar Tirth in Dhar district, Amjhera, Shaktipeeth, Bagh, Badkeshwar, Bagprint, Bagh Caves, Koteshwar, Chikhalda etc. are important historical and tourist places. | ||||||
मुख्य शब्द | मांडू, बाघप्रिंट, पर्यटन , धार जिला | ||||||
मुख्य शब्द का अंग्रेज़ी अनुवाद | Mandu, Bagh Print, Tourism, Dhar District | ||||||
प्रस्तावना |
धार जिला मध्यप्रदेश के दक्षिण पश्चिम में 22’’-00 से 23-10 उत्तर अक्षांस पर एवं 74-28 से 75-42 पूर्व देशांश पर स्थित है।
प्राकृतिक रूप से यह जिला तीन भागों में विभक्त है :-
1. मालवा का पठारी क्षैत्र।
2. निमाड़ की घाटी।
3. झाबुआ की पहाड़ियॉ।
|
||||||
अध्ययन का उद्देश्य | इस शोध अध्ययन के प्रमुख उद्देश्य निम्नानुसार है -
1.धार जिले के ऐतिहासिक व धार्मिक पर्यटन स्थलों का अध्ययन करना।
2. इस जिले के पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार करना।
3. इस जिले में पर्यटन को बढ़ावा देना।
4. इस जिले में पर्यटन के माध्यम से रोजगार में वृद्धि करना।
5. पर्यटन के द्वारा इस जिले की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत को बनाये रखना।
6. इस जिले के पर्यटन स्थलों को शासन द्वारा संरक्षण प्रदान करना। |
||||||
साहित्यावलोकन | पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग-धार द्वारा जिले के पर्यटन स्थलों को रेखांकित किया गया है, किंतु इस संबंध में किसी साहित्य का प्रकाशन नहीं हुआ है। स्थानीय समाचार पत्रों में समय-समय पर धार जिले के पर्यटन स्थलों के संबंध में आलेख प्रकाशित हुए हैं, किंतु धार जिले के समग्र पर्यटन स्थलों के संबंध में कोई शोध अध्ययन अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है। इस दिशा में यह प्रथम प्रयास है। |
||||||
सामग्री और क्रियाविधि | प्रस्तुत शोध अध्ययन में अनुसंधान की दैव निदर्शन पद्धति, सविचार व अवलोकन एवं सर्वेक्षण पद्धति के आधार पर संकलित प्राथमिक एवं द्वितीयक संमको का उपयोग किया गया। प्राथमिक समंको को प्राप्त करने के लिए धार पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग-धार द्वारा जिले के पर्यटन स्थलों को रेखांकित किया गया है, किंतु इस संबंध
में किसी साहित्य का प्रकाशन नहीं हुआ है। स्थानीय समाचार पत्रों में समय-समय पर धार जिले के पर्यटन स्थलों के संबंध में आलेख प्रकाशित हुए हैं, किंतु धार जिले के समग्र पर्यटन स्थलों के संबंध में कोई शोध अध्ययन अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है। इस दिशा में यह प्रथम प्रयास है। |
||||||
विश्लेषण | धार जिले के उन
महत्वपूर्ण नगरों में से एक हैं, जिसका
ऐतिहासिक वैभव शताब्दियों तक स्पर्धा का विषय रहा है। लगभग तीन सौ वर्षों तक यह
नगर मालवा के परमारों की राजधानी रहा। उस काल के इतिहास में धार का अस्तित्व
धाराप्रदक नामक गांव के रूप में ही ज्ञात है। राजा मुंज ने धाराप्रदक को धार नगरी
बनाया।धार जिले में ऐतिहासिक व पर्यटन स्थल जिले में प्रमुख ऐतिहासिक व पर्यटन
स्थल निम्नानुसार हैं - |
||||||
निष्कर्ष |
देश के किसी भी क्षेत्र के पर्यटन स्थलों का देश को सांस्कृतिक विरासत बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान रहता है ।
पर्यटकों के पर्यटन स्थलों पर आने से वहां के आस - पास के स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होता है।
म. प्र. राज्य के धार जिले में मुख्य पर्यटन स्थल है -
माण्डू, पीथमपुर, धारनाथ छबीना, कालिका मंदिर (धार), मोहनखेड़ा, भोपावर तीर्थ,
अमझेरा, शक्तिपीठ, बाग, बड़केश्वर, बागप्रिंट, बाग गुफाएॅ, कोटेश्वर, चिखल्दा इत्यादि।
देश के कोने-कोने सेंजिले के इन पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को आना चाहिए तथा यहां को प्राकृतिक सौंदर्यता व आध्यात्मिक शांति का लाभ लिया जाना चाहिए ।
जिले के इन ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों का प्रचार - प्रसार निरंतर किया जाना चाहिए |
||||||
सन्दर्भ ग्रन्थ सूची | 1.जिला सांख्यिकी पुस्तिका - कलेक्टर कार्यालय, धार
2. साक्षात्कार प्रश्नावली सूची
3. कृषि जगत - भोपाल, पत्रिका
4. स्थानीय समाचार पत्र
5.उपसंचालक कृषि कार्यालय, धार (म0प्र0)
6. साख पुस्तिका - जिला अग्रणी बैंक ऑफ इंडिया - धार
7.पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग - धार
8.पर्यटन एवं संस्कृति मन्त्रालय - भोपाल |