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नये भारत की नयी पहचान - अमृतकाल |
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Amritkal, The New Identity of New India | |||||||
Paper Id :
19233 Submission Date :
2024-08-02 Acceptance Date :
2024-08-21 Publication Date :
2024-08-25
This is an open-access research paper/article distributed under the terms of the Creative Commons Attribution 4.0 International, which permits unrestricted use, distribution, and reproduction in any medium, provided the original author and source are credited. DOI:10.5281/zenodo.13739410 For verification of this paper, please visit on
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सारांश |
भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर भारत देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत को अमृत काल या अमृत युग की अवधारणा से परिचित कराया। अमृत काल शब्द वैदिक ज्योतिष से आया है और यह एक प्रकार के स्वर्ण युग का संकेत देता है।
अमृतकाल नये भारत की नयी पहचान बनकर इसके एक नये भविष्य की आशा का वर्णन करता है जहाँ भारत का नागरिक आत्मनिर्भर होकर अपनी सभी दायित्वों को पूरा करेगा। इस अमृतकाल का मुख्य लक्ष्य भारत के नागरिकों को समृद्धि की नई ऊँचाइयों पर ले जाना है। अमृतकाल के द्वारा अगले 25 वर्षों के लिए देश के लिए एक नयी दिशा दी गई है जिससे चलकर भारत के नागरिक अपने दायित्वों का निर्वाह करने के साथ-साथ नवीन तकनीक, आधुनिकता को अपनाते हुए देश को विकास की ओर बढ़ावा देंगे। अमृतकाल का अर्थ भारत के सभी नागरिकों को पाँच संकल्पों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह मुख्य पाँच संकल्प भारत को विकसित देश बनाना, अपनी विरासत पर गर्व, गुलामी की मानसिकता का पूरी तरह से त्याग, राष्ट्र की एकता को बढ़ावा देना साथ ही प्रत्येक नागरिक को अपने दायित्वों का पालन कराना है। इन पाँच संकल्पों के अलावा तेजी से बिगड़ते जलवायु, ट्रेड वार, ऊर्जा संकट, लोकतंत्र की रक्षा करते हुए युवा उद्यमियों को बढ़ावा देना है। नया भारत सभी धर्म, लिंग की समानता का दावा करता है। देश में महिलाओं को सभी क्षेत्र में समान भागीदारी और प्रतिनिधित्व का उचित अवसर प्राप्त हो रहा है। नया भारत अपनी नये पहचान के रूप में युवाओं पर दृढ़ता से विश्वास कर उन्हें हर क्षेत्र में अपनी-अपनी क्षमता का सर्वोत्तम प्रदर्शन करने का अधिकार देता है। |
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सारांश का अंग्रेज़ी अनुवाद | On the 75th Independence Day of India, the Prime Minister of India, Honorable Shri Narendra Modi Ji introduced India to the concept of Amrit Kaal or Amrit Yuga. The term Amrit Kaal comes from Vedic astrology and indicates a kind of golden age. Amrit Kaal becomes the new identity of New India and describes the hope of a new future where the citizen of India will be self-reliant and fulfill all his responsibilities. The main goal of this Amrit Kaal is to take the citizens of India to new heights of prosperity. Amrit Kaal has given a new direction to the country for the next 25 years, by following which the citizens of India will fulfill their responsibilities as well as promote the country towards development by adopting new technology, modernity. Amrit Kaal means that all the citizens of India need to pay special attention to five resolutions. These main five resolutions are to make India a developed country, pride in its heritage, complete renunciation of the mentality of slavery, promote the unity of the nation as well as make every citizen fulfill his responsibilities. Apart from these five resolutions, the resolution is to promote young entrepreneurs while protecting the rapidly deteriorating climate, trade war, energy crisis, democracy. New India claims equality for all religions and genders. Women in the country are getting fair opportunity for equal participation and representation in all fields. New India strongly believes in the youth as its new identity and empowers them to perform to the best of their abilities in every field. |
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मुख्य शब्द | लोकतंत्र विकसित, एकता, युवा, दायित्व। | ||||||
मुख्य शब्द का अंग्रेज़ी अनुवाद | Democracy Developed, Unity, Youth, Responsibility. | ||||||
प्रस्तावना | अमृतकाल से हमारा ताम्पर्य एक समृद्ध, मजबूत, समावेशी भारत की कल्पना से है जिसमें सभी क्षेत्रों का विकास नागरिकों, हमारे युवाओं, किसान, महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति सभी का विकास शामिल है। अमृतकाल में भारत के वित्तीय क्षेत्र के साथ-साथ प्रौद्योगिकी-संचालित और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था शामिल है। आर्थिक रूप से देश को विकसित करने के लिए नागरिकों विशेषकर युवाओं को उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करना, विकास और रोजगार सृजन को मजबूत प्रोत्सााहन प्रदान करना और व्यापक आर्थिक स्थिरता मजबूत करना है। अमृतकाल के दौरान भारत की परिवर्तनकारी यात्रा पर जोर दिया, जो 25 साल अवधि मे देश की आजादी की शताब्दी 2042 में पूरी होगी। |
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अध्ययन का उद्देश्य | इस शोध पत्र का उद्देश्य भारत देश के विकास के लिए नरेद्र मोदी के द्वारा अमृतकाल के द्वारा एक परिवर्तनकारी, विकसित युग का निर्माण करना है जहाँ युवाओं, महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति हर तबके के नागरिकों का विकास कर एक युग का निर्माण करना है। |
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साहित्यावलोकन |
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सामग्री और क्रियाविधि | शोध पत्र में झारखण्ड जिले के ऐतिहासिक, राजनीतिक एवं सामाजिक पृष्ठभूमि के अध्ययन के लिए ऐतिहासिक पद्धति का सहारा लिया गया है। अध्ययन क्षेत्र शोध पत्र का अध्ययन क्षेत्र भारत देश है जहाँ सबका साथ सबके विश्वास के साथ भारत की नयी पहचान के रूप में अमृतकाल हमारे समक्ष प्रस्तुत किया जाता है। |
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विश्लेषण |
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस
पर पूरे देश को अमृत या अमृतयुग की अवधारणा से परिचित कराया। अमृतकाल ‘न्यू
इंडिया’ के लिए प्रधानमंत्री विजन 2047 है जो भारत देश के लिए एक नया
सवेरा है जो देश की आकांक्षाओं को पूरा करने का मौका अपने साथ लाएगा।
उन्होंने आने वाले 25 वर्षों में तेजी से लाभदायक विकास के लिए फिर से
अंतिम रूप दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
बजट के द्वारा चार परिवर्तनकारी अवसरों की पहचान करता है-
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निष्कर्ष |
उपयुक्त विवेचना के बाद हम यह कह सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपनी भाषण में जिस तरह से अमृतकाल का जिक्र किया और अमृतकाल का स्वप्न दिखाया। आज उनकी योजनाओं और भारत के हर तबके के विकास ‘सबका साथ सबका विकास’ की जो बात उन्होंने कही वो बहुत हद तक उन्होंने साकार करने का कार्य किया है। |
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सन्दर्भ ग्रन्थ सूची |
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