सीएसजेएम विश्वविद्यालय पीएचडी की सिनोप्सिस जमा करने के मांग रहा 5000 रुपये
      21 October 2022

राजीव मिश्रा संपादक कानपुर
स्वैच्छिक दुनिया, कानपुर: छात्रों के शोध कार्य करने की दिशा में एक और रोड़ा, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में कोर्सवर्क कर चुके पीएचडी शोधार्थियों से शोध की सिनोप्सिस (रूपरेखा) जमा करने के लिए भी 5000 रुपये शुल्क मांगा जा रहा है। दूसरी तरफ छात्रों का आरोप है कि प्रवेश प्रक्रिया के दौरान जारी शुल्क विवरण में इस धनराशि का उल्लेख नहीं किया गया था। इस पर शोधार्थियों ने रोष जताया और शुल्क कम करने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की। शोधार्थियों ने प्रेस को बताया कि पिछले वर्ष प्रवेश शुल्क 25 हजार, छह माह की प्रगति रिपोर्ट का शुल्क दो हजार, इसमें विलंब होने पर में 500 रुपये अतिरिक्त और फिर चार वर्ष के बाद विस्तार का शुल्क 3 माह के लिए दो हजार, छह माह के लिए तीन हजार, एक साल के लिए पांच हजार रुपये निर्धारित है। इसके अलावा अंतिम दो वर्ष के लिए 10 हजार, शोधपत्र जमा करने का शुल्क 10 हजार, पीएचडी मौखिक परीक्षा शुल्क छह हजार, दोबारा शोधपत्र के लिए शुल्क पांच हजार व डिग्री प्रमाणपत्र के लिए शुल्क 300 रुपये तय किया गया था। लेकिन अब अचानक विश्वविद्यालय की ओर से सिनोप्सिस जमा करने के लिए भी पांच हजार रुपये मांगे जा रहे हैं, मजे की बात यह है कि यूजीसी की नियमावली में सिनोप्सिस जमा करने के लिए शुल्क का वर्ष प्रवेश प्रक्रिया के दौरान जारी किए उल्लेख नहीं है। किस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि सिनोप्सिस जमा करने के लिए शुल्क का निर्धारण वर्ष 2019 वित्त समिति की बैठक में किया गया था। विद्यार्थियों को गलतफहमी हुई है। उनसे वार्ता की जाएगी।
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