डॉ निर्विकार कटियार |
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कानपुर देहात के प्रभात इंजिनीरिंग कॉलेज के डायरेक्टर कानपुर निवासी डॉ निर्विकार कटियार ने आज के युग में बहुतायत प्रयोग किये जाने वाले इंटरनेट ऑफ थिंग्स राऊटर की डिज़ाइन में संशोधन कर उसकी कार्यक्षमता और दक्षता को बढ़ाने में सफलता हासिल की है। उन्होंने अपने इस रिसर्च तकनीकी को भारत सरकार के पेटेन्ट विभाग से अपने इस यूनिक कार्य के लिए अपने नाम पेटेन्ट एप्पलीकेशन को भी फ़ाइल कर दिया है। डॉ. कटियार ने बताया कि राऊटर की कार्यप्रणाली में उत्सर्जित ऊष्मा को शोषित कर उपयोग में लाये गए एल्युमिनियम धातु के बने बेस की सहायता से ठंडा करके राऊटर की कार्यक्षमता और दक्षता को बढ़ाया जा सकता है।इस तरह से राऊटर की स्पीड को प्रचुरता पूर्वकलंबे समय तक प्रयोग में लाया जा सकता है। डॉ. निर्विकार कटियार को उनकी लगातार रिसर्च और तकनीकी में नई उपलब्धियों की वजह से ही इसी माह में उनको सर्वश्रेस्ठ गुणात्मक एवं तकनीकी युवा निदेशक 2022 के आइकोनिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
डॉ निर्विकार को यह सम्मान टॉपनोच फाउंडेशन टेक्नोलॉजी (मुम्बई) द्वारा शिक्षाजगत में गहन विश्लेषण करने के उपरान्त देश के शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों की कमेटी ने दिया था। डॉ. कटियार संस्थान में निदेशक के पद पर आसीन होते हुए अपनी सभी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वाहन करते हुए अपना अधिक से अधिक समय नए अनुसंधान और बुक रीडिंग में ब्यतीत करते है, जिसमे उन्हें विशेस रुचि है।
आई. ओ. टी. राऊटर की डिजाइनिंग में उनके कई अन्य सहयोगी मित्रो ने अपने तकनीकी ज्ञान और विचार को साझा कर यह उपलब्धि हासिल की है। उनके सहयोगी डॉ. मनीश कुमार, प्रिंसिपल आई. टी. एम. पूर्णिया बिहार, डॉ. मनोज कुमार पी. एस. आई. टी. कानपुर, डॉ. शालिनी गुप्ता, एक्सिस इंजी. कॉलेज, डॉ. इस्तियाक अहमद, डायरेक्टर डॉ. रिज़वी इंजी. कॉलेज कौशाम्बी, अपूर्व मिश्रा व आशीष कुमार सिंह महाराणा प्रताप इंजी. कॉलेज कानपुर के कंप्यूटर साइंस एंड इंजी. विभाग के प्रोफ़ेसर, शिक्षा के क्षेत्र में लगातार उल्लेखनीय एवं सराहनीय कार्य के लिए जाने जाते है।
डॉ. निर्विकार कटियार एवं उनके सहयोगियों की इस सफलता और शिक्षा क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए उनके संस्थान के प्रबंधन व शिक्षको नेबहुत प्रशंसा और सराहना की। |
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