राजीव मिश्रा सम्पादक कानपुर |
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स्वैच्छिक दुनिया, राकेन्द्र मोहन तिवारी, कानपुर 11 नवम्बर। उत्तर प्रदेश चन्द्रशेखर आजाद जनकल्याण समिति के द्वारा सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व केन्द्रीय शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर मोतीझील स्थित आजाद शिलालेख स्मारक स्थल पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यकर्ताओं ने स्मारक स्थल की सफाई करके उन पर पुष्प एवं माल्यार्पण कर सेनानी अबुल कलाम जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में उनकी अहम भूमिका पर वक्ताओं ने चर्चा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार पाण्डेय निन्नी ने आज़ाद जी के जज्बे को सलाम करते हुए कहाकि जंगे आजादी में उनके बहुमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने नम, वचन एवं कर्म तीनों से एक सच्चे देशभक्त सेनानी के रूप में अपनी अहम भूमिका निभायी थी, जहां वह गांधी, नेहरू, पटेल, राजेन्द्र बाबू व शास्त्री जी के साथ अंग्रेजी हुकूमत के दमन के खिलाफ आंदोलन व सत्याग्रह कर रहे थे वहीं वो अपने 'अल हलाल' समाचार पत्र के द्वारा भारतीयों को आजादी से जोड़ने का कार्य कर रहे थे। आजादी के बाद देश के प्रथम शिक्षामंत्री बनकर उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेतहाशा कार्य करके अनेक विद्यालय, तकनीकी एवं कृषि आदि संस्थानों की स्थापना करके शिक्षा को बढ़ावा दिया था। उनका जन्म आज ही के दिन 1888 को सऊदी अरब में हुआ था उनके त्यागमयी कार्यों से हम प्रेरणा लेकर जनहितकारी कार्यों में लगें, यही उनके सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम में राजेंद्र श्रीवस्ताव, राकेन्द्र मोहन तिवारी, श्याम देव सिंह, अशोक अग्निहोत्री, विशाल त्रिपाठी, शिबू जायसवाल, जे.आर. गौतम, राजेन्द्र मोबाइल, वीरेंद्र सिंह, नीरज भट्ट, दीनानाथ द्विवेदी, कमरूद्दीन, तिलक चन्द्र कुरील आदि थे।
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