संवाददाता अर्पित बाजपई |
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स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो, मथुरा। चिकित्सा शिक्षा में उत्तरदायित्व का भाव पैदा करना जरूरी चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यशाला के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन के आब्जर्वर डॉ. श्रीनिवास एम, डीन डॉ. आरके अशोका के साथ केडी मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक।
चिकित्सा शिक्षा में उत्तरदायित्व का भाव पैदा करना जरूरी। केडी मेडिकल कॉलेज की मेडिकल एज्यूकेशन यूनिट द्वारा तीन दिवसीय चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के आब्जर्वर मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के प्रो. (डॉ.) श्रीनिवास एम रहे। चिकित्सक प्रशिक्षण कार्यशाला में केडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका ने कहा कि मेडिकल पाठ्यक्रम में सामाजिक उत्तरदायित्व के भाव की बहुत बड़ी कमी है, इसे जब तक दूर नहीं किया जाता तब तक चिकित्सा के क्षेत्र में परिवर्तन नहीं लाया जा सकता।केडी मेडिकल कॉलेज की मेडिकल एज्यूकेशन यूनिट की संयोजक डॉ. गगनदीप कौर ने बताया कि एनएमसी द्वारा परिवर्तित नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार प्रशिक्षण देने हेतु तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में केडी मेडिकल कॉलेज के उप प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. विक्रम शर्मा, डॉ. वीपी पाण्डेय, डॉ. एके जैन, डॉ. वरुण सिसोदिया, डॉ. अम्बरीश कुमार, डॉ. संध्या लता, डॉ. विचित्र नंदा स्वेन, डॉ. पवन आदि ने प्रशिक्षण दिया। नेशनल मेडिकल कमीशन की तरफ से आए डॉ. श्रीनिवास एम ने आयोजन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। आरके एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने तीन दिवसीय कार्यशाला को उपयोगी बताते हुए कहा कि भविष्य में जो भी डॉक्टर बनेंगे, उनका एक अलग दृष्टिकोण होगा। उनके भीतर पहले के मुकाबले ज्यादा नैतिकता होगी। |
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