कब तक फाइल घूमेगी, और अपराधी मौज करेगा
      03 January 2023

संवाददाता श्याम दुबे
स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो, कानपुर। सरकारी धन के लाखो रूपये के बंदरबांट में किस-किस ने डुबकी लगायी है
सुनील दत्त, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जो भ्रष्टाचार का मास्टरमाइन्ड भी था और कई कार्मिक सरकारी बन्दरबाट में संलिप्त थे पूर्व बी.एस.ए. की पत्रावली अभी तक इसी जनपद में घूम रही है जिसकी पुष्टि आयुक्त कार्यालय से दिनांक 21.12.2022 को आये पत्र से हुई। बेसिक शिक्षा विभाग में हुए घोटाले का मामला उजागर होने एवं दोषी के विरूद्ध कोषाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जांच कर दण्डात्मक कार्यवाही के सम्बन्ध में सम्मपूर्ण पत्रावली जिलाधिकारी कार्यालय में 04 माह पूर्व भेजी गयी है, किन्तु जिलाधिकारी कार्यालय से पिछले 04 माह से फाइल दबी पड़ी है। जिस कारण से मण्डलायुक्त द्वारा रोष प्रकट करते हुए दिनांक 21 दिसम्बर 2022 को जिलाधिकारी, कानपुर देहात को सम्बोधित पत्र मे लिखा है कि श्री गणेश श्रीवास्तव के शिकायती पत्र के आलोक में आपके स्तर से आख्या उपलब्ध कराया जाना वांछनीय है, एवं ऐसे प्रकरण जिसमें 15 दिन में निस्तारण हो जाना चाहिए था, और 04 माह से अधिक का समय व्यतीत हो जाने से रोष प्रकट किया गया है, एवं पुनः जिलाधिकारी को 30.12.2022 तक प्रत्येक दशा में आख्या उपलब्ध कराये जाने हेतु पत्राचार किया गया है। प्रकरण की जानकारी करने पर पता चला है कि पत्रावली जिलाधिकारी कार्यालय में ही लम्बित रखी गयी है, या कुछ कार्मिक मी सुनील दत्त तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, कानपुर देहात से सांठ-गांठ किये है, सरकारी धन के लाखो रूपये का बंदरबांट का मामला है, जो कि सिद्ध भी हो चुका है। ऐसे में अपराधी अधिकारी को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पृथ्वी गोल है लेकिन यहां की व्यवस्था ही गोल मटोल है, पत्रावलियां इसी जनपद में घूम रही है, निष्कर्ष कुछ नहीं निकलता सिर्फ सरकारी बजट सर्व शिक्षा अभियान एवं मध्यान्ह भोजन योजना से निकल गया है, और सरकारी बजट का गोलमाल को छुपाया जाता है । यदि पत्रावली को इसी प्रकार दबी रही तो सरकारी धन का रिकवरी कब होगा, शासन के धन का हुए दुर्पयोग एवं छति की भरपाई कब होगी ।
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