किशोर मोहन गुप्ता |
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स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो। सडक सुरक्षा जागरूकता अभियान का जिलाधिकारी ने किया शुभारम्भ, जिलाधिकारी ने हरी झण्डी दिखा कर सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली को किया रवाना। सडक सुरक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर डा0 संजय कुमार ने दिया जोर।
मार्ग दुर्घटनाओ को रोकने के लिए केन्द्रीय सडक एवं परिवहन मंत्रायल तथा उ0प्र0 सरकार द्वारा परिवहन विभाग समेत अन्य विभागो को सडक सुरक्षा अभियान के तहत जागरूक करने और मार्ग दुर्घअनाओ में कमी लाने के लिए एक माह का सडक सुरक्षा जागरूकता अभियान विकास नगर स्थित ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में आरटीओ विभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कानपुर जिलाधिकारी विशाख जी द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। दीप प्रज्जवलन के बाद सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मंच पर सडक सुरक्षा को लेकर आए हुए डीलर्स, वाहन चालको को जागरूक किया और यातायात नियमो का पालन करने का आग्रह किया ताकि मार्ग दुर्घटनाओ को रोका जा सके साथ ही जिलाधिकारी विशाख जी ने उपस्थित सभी लोगो को सडक सुरक्षा के नियमो के प्रति संकल्प भी दिलाया।
सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के लिए उ0प्र0 सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के अर्न्तगत विकास नगर के रोडवेज ट्रनिंग कार्यालय में आरटीओ विभाग द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे जिलाधिकारी को पं0 दीनदयाल उपाध्याय के 56 बटालियन एनसीसी छात्रो ने उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया। कार्यक्रम में पहंुचे जिलाधिाकरी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। दीप प्रज्जवलन के उपरान्त जिलाधिकारी विशााख जी का उपपरिवहन आयुक्त परिक्षेत्र व आरटीओ राजेश सिंह ने गुलदस्ता देकर उनका सम्मान किया तत्पश्चात आरटीओ प्रवतर्न विदिशा सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन प्रथम उदयवीर सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय सुनीलदत्त, एआरटीओ अम्बुज, एआरटीओ मानवेन्द्र सिंह ने उनको स्मृति चिन्ह देकर उनको सम्मनित किया। इस मौके पर आरटीओ राजेश सिंह ने उपस्थित वाहन चालको एवं डीलरो को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन बहुत ही बहुमूल्य है और वाहन चलाते समय आपको ही नही सुरक्षित रहना है बल्कि सडक पर चल रहे और वाहनो तथा पैदल यात्री के जीवन को भी सुरक्षित करते हुए चलना है। इस लिए बहुत जरूरी है कि सडक के नियमो का पालन किया जाए ताकि दुर्घटनाओ से बचा जा सके। इसी क्रम में उपपरिवहन आयुक्त कानपुर परिक्षेत्र डा0 विजय कुमार ने भी सडक सुरक्षा के नियमो की जानकारी दी और उपस्थित लोगो ने आग्रह किया कि वह अपने बच्चो को भी सिखाएं कि यातायत नियमो का पालन करे ताकि सडक दुर्घटना का शिकार न बन सके। इसके साथ ही आरटीओ प्रवतर्न विपदिशा सिंह ने भी सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशो को अमल करने और हेलमेट लगाने तथा सीट बेल्ट बांधने पर जोर दिया। तो वही सामजिक कार्याे के दायित्वों की पूर्ति और उत्कृष्ट सेवा भाव के लिए जिलाधिकारी विशाख जी ने मेडिकल कालेज के पूर्व विभाध्यक्ष एवं प्रोफेसर डा0 संजय कुमार अस्थि रोग विभाग को शॉल भेंट कर उनको सम्मानित किया। डा0 संजय कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि बहुत से लोग ऐसे है जिनको हेलमेट का मतलब भी नही पता जबकि हेलमेट स्वंय आपको सुरक्षा का एहसास दिलाता है। कई मार्ग दुर्घअनाओं में दुपहिया वाहन चालक द्वारा हेलमेट न लगाने से हेड इंजरी होने के कारण उनकी मौत हो जाती है। क्यों कि जब भी कोई दुर्घटनाग्रस्त होता है तो 3 मिनट तक वह सांस ले सकता है और 45 मिनट तक खून के रिसाव को बर्दास्त कर सकता है इसी दौरान अगर दुर्घटनाग्रस्त मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान को बचाया जा सकता है। उन्होंने ऐसे ही एक व्यक्ति की मदद कि थी जो कि सडक पर घायल पडा अपनी जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा था। उन्होंने हेलमेट के महत्व को बताते हुए सभी को इसको पहने का आग्रह किया साथ ही सडक सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय को पाठ्क्रम में शामिल करने का भी पुरजोर समर्थन किया ताकि बच्चो को स्कूल में ही यातायात नियमो के बारे में बताया जा सके। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा जागरूकता वाहन की रैली को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। इस दौरन कार्यक्रम में मुख्य रूप से परिवहन विभाग से एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा, एआरटीओ टेक्निकल नेहा द्विवेदी, प्रधान सहायक राम प्रवेश शर्मा, श्याम करन यादव, कमलेश बाजपेई, कमरूल इस्लाम, प्रति तोमर, तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत सिंह ,जिला विद्यालय मुन्नी लाल, पुलिस उपायुक्त यातायात तेज स्वरूप सिंह , पीडब्ल्यूडी राकेश सिंह, सहित सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी सदस्य इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे । सडक पर दाएं बांए का रखे ध्यान- जिलाधिकारी। जिलाधिकारी विशाख जी ने सडक सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने उपस्थित वाहन चालको, डीलर्स एशोसिएशन के पदाधिकारी और ई-रिक्शा वेलफेयर के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सडक पर हमेशा बांए कि तरफ से चलना और सवारियों को उतारना चाहिए। बांए दाएं का फर्क भुलाने पर पीछे से आ रहे वाहन अक्सर दुर्घटनागस्त हो जाते है। कई ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया गया है और जल्द ही उस पर सुधार किया जाएगा। यातायात को अगर सुधारना है तो सभी विभाग को एकजुट होकर कार्य करना पडेगा। शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्लूडी, परिवहन विभाग, यातायात विभाग और पुलिस विभाग को एक साथ काम करना होगा तभी जागरूकता को लाया जा सकेगा और सडक दुर्घअनाओं में कमी लाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि एक आंकडे के मुताबिक पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में 618 मौते केवल दुर्घटना के कारण हुई जो कि बहुत ही ज्यादा है जिसे अब हम सभी को मिल कर इस आंकडे को खत्म करना है। |
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