स्वैच्छिक दुनिया ब्यूरो |
स्वैच्छिक दुनिया।उन्नाव।थाना अचलगंज आसीवन के विवेचक भगत सिंह ने आरोपी से लिया रुपया,20000 पुलिस कस्टडी में दिए गए दिव्यांग महिला के164 के बयान को रख दिया ताक पर
पुलिस अधीक्षक के आदेशों को क्षेत्र अधिकारी बीघापुर दुबारा विवेचना कराने को नहीं है तैयार
बोला जा रहा है झूठ कहा जा रहा है उन्नाव माननीय न्यायालय में चार्जशीट हो चुकी है दाखिल।
आखिर उन्नाव पुलिस अधीक्षक विवेचक भगत सिंह उपनिरीक्षक पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे है जिन्होंने उच्च न्यायालय के आदेशों को रख दिया ताक पर
पुलिस अधीक्षक जनपद उन्नाव दिव्यांग महिला के164 के दिए बयान पर नजर क्यों नहीं जा रही है जिस पर आरोपी से 20000 लेकर विवेचक भगत सिंह ने लगा दी एफआर।
जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गलत की जा रही कार्य शैली को उत्तर प्रदेश पुलिस की सुधारने में लगे है परंतु कुछ उपनिरीक्षक सुधारने से नहीं आ रहे बाज आरोपी से सांठगांठ कर मुख्यमंत्री की मेहनत पर पानी फेरने में तुले हैं ऐसे ही एक विवेचक हैं जिनका नाम है भगत सिंह भगत की आड़ में नोटों की गड्डी कमाने में लगे हैं अपराध संख्या,179/22 विवेचना में दिव्यांग महिला के 164 के बयान को ताक पर रख दिया और उच्च न्यायालय के आदेशों को भी ताक पर रख दिया,पीड़ित द्वारा पुलिस अधीक्षक से अतिरिक्त अधिकारी से दोबारा विवेचना कराने की गुहार लगाई आदेश क्षेत्र अधिकारी बीघापुर को देने के बाद भी या बताया जा रहा है कि चार्जशीट माननीय न्यायालय में दाखिल हो चुकी है जब कि सच्चाई है अभी तक 4 सीट न्यायालय में नहीं दाखिल हुई है अब तो अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों के भी आदेशों को मानने को नहीं है तैयार वारे योगी जी कैसा है यह भ्रष्टाचार एक तरफ उन्नाव पुलिस दिए गए 164 के बयान दूसरी तरफ विवेचक भगत सिंह द्वारा आरोपी को बचाने के रुपया 20000 और लगाई गई एफआर वारे योगी जी कैसी है उत्तर प्रदेश पुलिस जिसको आप सुधारने में लगे हैं और पुलिस अपनी छवि को खुद ही बीगाड़ने पर लगी है, सच्चाई दिखाने पर भी उन्नाव में बैठे पुलिस अधीक्षक जिला अधिकारी आला बड़े अधिकारी ने पूरे मामले का अभी तक संज्ञान नहीं लिया और ना ही विवेचक भगत सिंह पर विधिक कानूनी कार्यवाही की,योगी जी का कहना है महिला बेटियों पर अत्याचार करने वाले को सिर्फ जेल में रहने देना है उन्नाव पुलिस के आला अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहे हैं और ना ही दोबारा विवेचना कराने के उच्च अधिकारियों को आदेश ना जारी किए जा रहे है पीड़ित महिला को उन्नाव पुलिस प्रशासन मे बैठे आला अधिकारियों से क्या न्याय नहीं मिलेगा इसी तरह उत्तर प्रदेश में,महिला बेटियों के साथ छेड़छाड़ अत्याचार करने वाले आजाद क्या यूं ही घूमते रहेंगे आखिर कब होगी दोबारा विवेचना कब होगी आरोपी पर कार्यवाही।
सकून टाइम दैनिक समाचार से ब्यूरो नफीस खान की खास रिपोर्ट। |
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