संवाददाता अन्शु कुमार |
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प्राकृतिक आपदा के बाद मानव जीवन की लागत असीम होती है। घर और इमारतों नष्ट हो जाती है, परिवार भटक जाते हैं और जीवनों का नुकसान होता है। हालांकि, इन सबसे काले लम्हों में, मानवता की सर्वश्रेष्ठता अक्सर दिखती है, क्योंकि दुनिया भर से लोग मदद के लिए एक साथ आते हैं।
एक ऐसी मानवता की कहानी भारत से आती है, जहाँ जसप्रीत सिंह जी, देश की पहली सिख मानवीय सहायता के रूप मे निकल कर आए हैं। तुर्की और सीरिया के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए जसप्रीत जी ने उनकी टीम निर्भाउ लाइफ सेवियर्स के माध्यम से राशन, कपड़े इत्यादि के रूप में सहायता भेजी।
जसप्रीत जी को अपने इस निस्वार्थ कार्य से दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। उन्हें अपने इस कार्य के लिए व्यापक प्रशंसा मिली जब तुर्की ओर सीरिया के एम्बेसडर ने व्यक्तिगत रूप से उन्हे और उनकी टीम को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और उनकी मानवतावाद के लिए खूब प्रशंसा की।
भारत की ओर से जसप्रीत जी और उनकी टीम का काम इस बात की याद दिलाता है कि हम सभी एक ही वैश्विक समुदाय का हिस्सा हैं और संकट के समय हमें एक दूसरे की मदद के लिए साथ आना चाहिए।
सिख समुदाय की दूसरों की मदद करने की एक लंबी परंपरा रही है, और तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ित लोगों के सहायक बने प्रथम भारतीय सिख श्री जसप्रीत सिंह जी का कार्य इसका प्रमाण है। उनका काम हम सभी के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य करता है, और एक अनुस्मारक है कि यहां तक कि अंधेरे क्षणों में भी हमेशा आशा होती है। |
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