बिंदु पांडे |
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स्वैच्छिक दुनिया। क्राइस्ट चर्च कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन, कानपुर ने 1980 की अपनी कक्षा के सहयोग से कॉलेज सभागार में प्रो. निनान अब्राहम मेमोरियल व्याख्यान श्रृंखला के तहत उद्घाटन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया।
व्याख्यान श्रृंखला औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुई, जिसके बाद चार प्रमुख धर्मों में सर्वोच्च शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया गया। स्टूडेंट क्रिश्चियन मूवमेंट (एससीएम) के छात्रों ने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. सबीना आर. बोदरा के मार्गदर्शन में प्रार्थना की। रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर मीत कमल, समन्वयित गणेश वंदना, गुरुवाणी और इस्लामी प्रार्थना छात्रों द्वारा की गई।
मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत शासी निकाय के प्रधानाचार्य और सचिव प्रो. जोसेफ डेनियल ने किया। प्रो डेनियल एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने वर्तमान राजनीतिक स्थिति के संदर्भ में व्याख्यान के विषय के महत्व पर प्रकाश डाला।
विषयगत परिचय भौतिकी विभाग के प्रोफेसर रवि प्रकाश महालवाला और एलुमनी एसोसिएशन के सचिव द्वारा दिया गया था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री सतीश महाना, विधानसभा, उत्तर प्रदेश के माननीय अध्यक्ष और हमारे प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों में से एक थे। उन्होंने "लोकतंत्र में चुनौतियां" विषय पर उद्घाटन व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र के सामने कुछ चुनौतियां निरक्षरता, गरीबी, लैंगिक भेदभाव, जातिवाद, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद, भ्रष्टाचार, राजनीति का अपराधीकरण और हिंसा हैं। लोकतंत्र की सफलता के लिए साक्षरता बहुत जरूरी है लेकिन भारत में आज भी निरक्षरता को दूर करना एक चुनौती है। भारतीय लोकतंत्र के सामने प्रमुख चुनौतियाँ - गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी अभी भी भारत के अधिकांश हिस्सों में मौजूद हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. एस.डी. मल्ल, डॉ. जॉन जसवंत, डॉ. डेनियल सिंह, डॉ. ए. के. वर्मा, डॉ. मुकुल मिश्रा, डॉ. नीता जैन और डॉ. नलिन कुमार का सम्मान किया गया। पूर्व छात्र संघ की वर्तमान समिति के सभी पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
एलुमनी एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अशोक मेहरोत्रा ने छात्र-छात्राओं के लिए पेयजल कूलर भेंट किया
धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग की प्रमुख डॉ. सूफिया शहाब ने किया।
कार्यक्रम का समापन छात्र-छात्राओं द्वारा गाए वंदे मातरम् से हुआ।
व्याख्यान में सभी संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया। |
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