डा0 प्राणेश पंकज |
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स्वैच्छिक दुनिया।
साहित्य शक्ति संस्थान पुरैना शुक्ल,बरहज, देवरिया के सौजन्य से आयोजित पुस्तक विमोचन व सम्मान समोरह नागरी प्रचारिणी सभा देवरिया मे हर्षोल्लास के बीच सम्पन्न हुआ।साहित्य शक्ति संस्थान से जुड़े रचनाकारो के सहयोग से प्रकाशित साझा संग्रह " उगा ले चलो अपने हिस्से का सूरज " पुस्तक का विमोचन और हिन्दी भाषा तथा साहित्य के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत, साहित्य के संवर्धन परिवर्धन और संरक्षण के लिए कृत संकल्पित रचनाकारों के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित था।
कार्यक्रम की शुरुआत उपशिक्षा निदेशक डा.अनिल कुमार सिंह ने ईश प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से की।वाणी वंदना संस्थान की सदस्या व सुमारू चैनल पर काव्यपाठ कर चुकी डा.विनीता मिश्रा तथा अभिनंदन गीत राष्ट्रीय स्तर की स्वर साधिका दूरदर्शन पटना से प्रस्तुति दे चुकी लोक गायिका अंजना मिश्रा ने प्रस्तुत कर सबको भावविभोर कर दी।कार्यक्रम के आयोजक प्रख्यात समीक्षक व साहित्यकार डा.प्राणेश पंकज तथा साझा संग्रह पुस्तक की मुख्य सम्पादिका व दूरदर्शन गोरखपुर से प्रस्तुति दे चुकी डा.नीरजा बसंती ने मंचस्थ अतिथिगण को बुके,स्मृति चिन्ह,अंगवस्त्र आदि प्रदान कर स्वागत किए।अतिथि सम्मान के उपारान्त सभी रचनाकारों ने अपनी-अपनी प्रतिनिधि रचनाओं का काव्यपाठ कर आयोजन को बहुत बड़ा बना दिए।प्रातः दस बजे से शुरू हुआ कार्यक्रम शाम पांच बजे तक चला।
कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों को सम्बोधित करते हुए उपशिक्षा निदेशक ने कहा कि पुस्तकें लोक, समाज और राष्ट्र की अमूल्य धरोहर होती है।पुस्तकों मे ही वास्तविक जीवन का आनन्द निहित होता है। पुस्तके लोक का कल्याण और शिष्ट समाज की स्थापना करती है।उन्होंने कहा कि साहित्यकार का सम्मान लोक, समाज और राष्ट्र का सम्मान है।रचनाकार समय के गति,नियति और प्रगति को बखूबी समझते हुए मनुष्यता और सभ्य समाज पर आने वाले खतरों से आगाह करता है।इसलिए रचनाकार समाज मे सर्वथा आदरणीय है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के संरक्षक साहित्य के वट-वृक्ष डा.वीरेन्द्र मिश्र बिरही ने सभी उपस्थित कलमकारों को अपना आशीर्वाद प्रदान किये।
मध्यावकाश के उपारान्त उपशिक्षा निदेशक डा.अनिल कुमार सिंह,कार्यक्रम अध्यक्ष डा.वीरेन्द्र मिश्र बिरही,साहित्य शक्ति संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक डा. प्राणेश पंकज और पुस्तक की मुख्य सम्पादिका डा.नीरजा बसंती ने संयुक्त रूप से उपस्थित छियालीस रचनाकारों को साझा संग्रह पुस्तक की प्रति,सम्मान पत्र, अंगवस्त्र,स्मृति चिन्ह,बैज,बुके,माला आदि सामाग्री ससम्मान प्रदान कर मुख्य मंच से सम्मानित किए।अपने भव्य सम्मान से आह्लादित सभी रचनाकारों ने एक स्वर से इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।समारोह मे कामिनी मिश्रा उन्नाव, प्रोफेसर बबली कुमारी रोहतास, सीमा मिश्रा फतेहपुर, स्मिता गोयल मेरठ, अंजना मिश्रा छपरा, डा.नीरजा बसंती गोरखपुर, डा.विनीता मिश्रा गोरखपुर, वीरेन्द्र मिश्र विरही गोरखपुर, गुन्जा गुप्ता मऊ, अमित शर्मा बलिया, ज्योति सिंह देवरिया, श्वेता राय देवरिया, सुनीता सिंह देवरिया, वन्दना सिंह गोरखपुर, डा.शीला चतुर्वेदी देवरिया, संजीव कुमार मौर्य बलिया, डा.ज्ञानेन्द्र मिश्र देवरिया, रत्नेश्वर मिश्र देवरिया, महिमा तिवारी देवरिया सहित कुल छियालीस रचनाकारों को सम्मानित किया गया।संस्थान के तरफ से सभी रचनाकारों के लिए ठहरने,भोजन,अल्पाहार आदि का उत्तम प्रबन्ध किया गया था।आभार प्रकट करते हुए साहित्य शक्ति संस्थान के संचालक डा.प्राणेश पंकज ने सभी रचनाकारों के सहयोग की सराहना करते हुए सभी को साहित्य के प्रति समर्पित रहने का आह्वान किये।इन्होने बताया कि जो रचनाकार इस वर्ष नही आ सके उन्हे अगले वर्ष पुनः आमंत्रित कर सम्मानित किया जाएगा।कार्यक्रम में किसी कारण नही पहुच पाएँ रचनाकारों का सम्मान पत्र और साझा संग्रह की प्रति डाक सेवा से भेज दी जाएगी।आयोजन से सम्बन्धित तैयारी डा.नीरजा बसंती और कार्यक्रम का सफल संचालन डा.विनीता मिश्रा ने की। |
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