डा निरुपमा मिश्रा |
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प्राचीन काल से अन्न को देवता माना गया है।खाने से पहले पूजा करने की परंपरा धीरे-धीरे फास्ट-फूड कल्चर की वजह से विलुप्त हो गई। बच्चे खून की कमी, मोटापा , डायबिटीज, ब्लडप्रेशर , कैंसर जैसी बीमारियों का शिकार होने लगे। इसपर रोकथाम जरूरी है। इसके लिए स्कूलों में बच्चों को जागरूक किया जाना चाहिए।इसी क्रम में लखनऊ की डा निरुपमा मिश्रा डायरेक्टर राजेश्वरी हेल्थ केयर सेंटर ऐंजलिओस कालेज में एक जागरुकता कार्यक्रम में आमंत्रित थी। उन्होंने बच्चों को संतुलित आहार के लाभ बताए। साथ ही जंक फूड से होने वाली समस्याओं से अवगत कराया। बच्चों को साथ रोचक तरीके से जागरुकता बढ़ाने के लिए डा निरुपमा ने क्विज़ भी रखी जिसमें बच्चों ने उत्साह से भाग लिया।विजयी बच्चों को मेडल और ट्राफी देकर सम्मानित करने के पीछे डा निरुपमा का उद्देश्य बच्चों में संतुलित आहार के लिए रोचकता बनाए रखना रहा। उनके साथ लाल हास्पिटल की डायरेक्टर श्रीमती रचना श्रीवास्तव ने भी बच्चों का उत्साह वर्धन के साथ खान-पान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। श्रीमती सुमन उपाध्याय जो इस कालेज की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई। इसप्रकार रोचक तरीके से बच्चों को अच्छी जानकारी साझा किए जाने से इसका उद्देश्य सफल होता है। स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के सम्मिलित प्रयास से ही हम भावी पीढ़ी को स्वस्थ बना सकते हैं । इसप्रकार के आयोजन व्यापक स्तर पर किये जाये तो असर दूरगामी होगा। कबीर दास भी कह गए हैं " जैसा भोजन लीजिए तैसा ही मन होय,जैसा पानी पीजिए तैसी बानी होय" |
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