आकांक्षा अवस्थी, संवाददाता, कानपुर |
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दिनांक 30/11/2023 को ‘चित्रकला विभाग’,डी०जी०पी०जी० कॉलेज,कानपुर में “राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश, लखनऊ” के तत्वाधान में “माटी की कला” ‘त्रि-दिवसीय राष्ट्रीय पेपर मैशी कार्यशाला’ का आयोजन किया गया | कार्यशाला का शुभारंभ आमंत्रित अतिथि कलाकार श्री राजकुमार सिंह, प्रशिक्षण हेतु आमंत्रित कलाकार श्री जे०बी०यादव जी व प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा जी के द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया, इस कार्यशाला के शुभारंभ में डॉ० श्रद्धा शुक्ला,निदेशक राज्य ललित कला अकादमी,उत्तर प्रदेश ,श्री राकेश चन्द्रा शर्मा आई०ए०एस०, विशेष सचिव,
सांस्कृतिक विभाग उ०प्र०,श्री मुकेश कुमार मेश्राम आई०ए०एस०,प्रमुख सचिव सांस्कृतिक विभाग एवं अध्यक्ष, राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश,आप सभी कार्यशाला के उद्घाटन के समय Online Connect रहे तथा अपनी शुभकामनायें देते हुए कार्यशाला को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया|
कार्यक्रम का संचालन करते हुए चित्रकला विभाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर शुभम् शिवा ने अतिथि कलाकारों का परिचय छात्राओं को दिया साथ ही ‘पेपर मैशी’ की कला क्या है, इसको कैसे बनाया जाता है तथा इसको सीख कर कैसे रोजगार परक वस्तुएं बनाई जा सकती हैं इन सब बातों से छात्राओं का ज्ञानवर्धन किया | स्वागत भाषण प्राचार्या प्रोफेसर अर्चना वर्मा जी ने दिया साथ ही छात्राओं को कार्यशाला में रुचि पूर्ण रूप से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया | कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथि कलाकार श्री राजकुमार सिंह ने छात्राओं को कार्यशाला में कार्य करने की बधाई देते हुए उनका उत्साह वर्धन भी किया | कार्यशाला की शुरुआत में प्रशिक्षण देते हुए श्री जे०बी० यादव सर ने बच्चों को पेपर मैशी में चॉक पाउडर व फेविकोल मिलाकर उपयोगी वस्तुएं व खिलौने बनाने के लिए मिट्टी कैसे तैयार की जाती है सिखाया | कार्यशाला में चित्रकला विभाग के सभी सदस्य व शोध छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे | |
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