आकांक्षा अवस्थी |
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राजनीतिशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 08.02.2024 से 09.02.2.024 तक ’’जम्मू कश्मीर और लद्दाख की समझः रुझान और प्रवृत्तियाँ’’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में डॉ0 प्रीति शर्मा, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा भू-राजनीतिक महत्व एवं जम्मू कश्मीर में अन्तर्राष्ट्रीय शक्तियों की भूमिका विषय पर अपना व्याख्यान दिया गया।
तत्पश्चात इसी सत्र में डा0 अजय कुमार, कश्मीर अध्ययन केन्द्र, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हो रहे परिवर्तनों द्वारा कैसे लोगों को लाभ मिल रहा है और शान्ति स्थापित हो रही है, इस पर अपना व्याख्यान दिया। कार्यशाला के इसी सत्र में डा0 शिखा चौहान, राजनीतिशास्त्र विभाग द्वारा जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख पर शोध कैसे किया जाये इसको ध्यान में रखते हुए शोध पद्धति पर अपना व्याख्यान दिया गया। कार्यशाला के समापन सत्र की अध्यक्षता राजनीतिशास्त्र विभाग के प्रो0 संजय गुप्ता द्वारा किया गया। इस सत्र में शोधार्थियों से जम्मू कश्मीर और लद्दाख विषय पर शोध से सम्बन्धित विभिन्न विषयों को लेकर प्रश्नोत्तरी की गयी साथ ही शोध से सम्बन्धित प्रश्नों पर विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यशाला के समापन उद्बोधन में श्री आशुतोष भटनागर जी ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बड़ा परिवर्तन आया है। किन्तु अभी भी यह संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। जम्मू कश्मीर और लद्दाख की शेष भारत के साथ पूरी तरह एकात्मता स्थापित हो यह सभी की इच्छा है। इसके लिए उचित नीतियां बनानी होगींं और उन्हें लागू करना होगा। इस प्रक्रिया में शोधार्थियों का बड़ा योगदान हो सकता है। वे अपने शोध को इस तरह प्रस्तुत करें कि उनके आधार पर भविष्य की नीतियों का निर्माण हो सके। कार्यशाला के संगठन सचिव प्रो0 राघवेन्द्र प्रताप सिंह व डा0 शिखा चौहान रहें एवं डा0 शिखा चौहान द्वारा मंच का संचालन किया गया। कार्यशाला की संयोजक प्रो0 मनुका खन्ना, विभागाध्यक्ष, राजनीतिशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसी क्रम में राष्ट्रगान के साथ कार्यशाला का समापन किया गया।
इस दौरान विभाग के समस्त शिक्षक प्रो0 कमल कुमार, प्रो0 संजय गुप्ता, प्रो0 कविराज, डा0 अमित कुशवाहा, डा0 राजीव सागर, डा0 माधुरी साहू, डा0 अनामिका, डा0 जितेन्द्र कुमार, डॉ दिनेश कुमार, डा0 तुंगनाथ मुआर व अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।
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