राजीव मिश्रा |
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सांस्कृतिकी संध्या लखनऊ विश्वविद्यालय की सांस्कृतिकी के निदेशिका प्रॉ मधुरिमा लाल के निर्देशन में प्रस्तुत की गई । गणेश वंदना की अद्भुत प्रस्तुति के बाद लखनऊ की ज़ुबान की चाशनी का ज़ायक़ा देते हुए उर्दू विभाग के शिष्य द्वारा दास्तान गुई पेश किया गया ।
शाम की मुख्य पेशकश सीता स्वंवार रही सीता और राम के शाश्वत आदर्श प्रेम की पराकाष्ठा को वर्णित करते हुए सीता का वरण राम जी द्वारा धनुष तोड़ कर दिव्य मंचन किया गया जो ईश्वविद्यालय का ऐरेहसिक मंच प्रदर्शन था । विश्वविद्यालयके विद्यार्थियों की प्रस्तुति किसी। हो प्रतिष्ठित कलाकारों से कम ना थी
इसमें लखनऊ विश्वेविद्यालयके अंतरराष्ट्रीय छात्रो का प्रदर्शन विशेष आकर्षण रहा। |
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