फजलगंज थाने की मक्कारी का प्रमाण आया सामने,पीड़ित को फटकार लगाकर थाने से भगाया
      18 February 2024

वरूण सुल्तानिया कानपुर
कानपुर के सबसे महंगे थानों में से एक कहे जाने वाले फजलगंज थाने का एक हैरतंगेज मामला प्रकाश में आया है जहां पीड़ित को दो सप्ताह तक थाने दौड़ने के पश्चात भी थानाध्यक्ष महोदय द्वारा द्वितीय पक्ष के दबाव में आकर थाने से फटकार लगाकर भगा दिया गया जिसके बाद पीड़ित द्वारा पुलिस आयुक्त महोदय से गुहार लगाई गई है।
मामले की विस्तार से बात करें तो पीड़ित मनोज गुप्ता की बंबा रोड, गुमटी नंबर 5 में राशन की दुकान है। पीड़ित द्वारा बताया गया कि बीते 40 वर्षों से वह नगर निगम का फेरी नीति के तहत मंडी शुल्क एवं पक्का बिजली बिल विभागों में जमा करते आ रहे हैं। विगत कुछ वर्षों से पीड़ित के पड़ोस की दुकानदार प्रीति शर्मा द्वारा पीड़ित की दुकान का विरोध किया जाने लगा तथा अतिक्रमण अभियान के तहत शहर के कुछ वरिष्ठ हस्तियों से संबंध होने के कारण पीड़ित की दुकान को भी हटवा दिया गया। पीड़ित द्वारा विरोध करने पर उपरोक्तता द्वारा संबंधित थाने में फर्जी तहरीर देकर आए दिन पीड़ित को धमकाया जाने लगा।साथ ही साथ उपरोक्ता द्वारा अपनी गुंडई दिखाते हुए पीड़ित का राशन का सामान भी दुकान से फिकवा दिया गया। उक्त घटनाक्रम से तंग आकर पीड़ित द्वारा गत 3 फरवरी को द्वितीय पक्ष के विरुद्ध फजलगंज थाने में तहरीर दी गई जिस पर थानाध्यक्ष अमरनाथ विश्वकर्मा द्वारा कई दिनों तक पीड़ित को टहलाया गया और अंत में सुनवाई की बात कहते हुए दोनों पक्षों को थाने बुलाकर रसूख के दबाव में एक तरफा कार्रवाई करते हुए एवं अपना पल्ला झाड़ते हुए पीड़ित को थाने से भगा दिया गया। इतना ही नहीं थानाध्यक्ष महोदय द्वारा अपने सामने समझौता करने के बजाए यह जानते हुए की दोनों पक्षों में विवाद है पीड़ित पक्ष को द्वितीय पक्ष के घर जाकर विवाद सुलझाने की बात कहकर टाल दिया गया। पीड़ित द्वारा बताया गया कि थाने से निराशा हाथ लगने के बाद पुलिस आयुक्त महोदय से गुहार लगाई गई है। यदि यहां से भी न्याय नहीं मिला तो रोजी-रोटी खत्म होने के कारण पूरा परिवार आत्मदाह करने को विवश होगा।
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