स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के राष्ट्रव्यापी फाइलेरिया मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन
      22 February 2024

राजीव मिश्रा
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के राष्ट्रव्यापी फाइलेरिया मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Mass Drug Administration- MDA) अभियान के अन्तर्गत मननीय कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ के संयुक्त तत्वधान मे आरोग्य भवन मे फाइलेरिया ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कैम्प लगवाया गया। इस कैम्प के अन्तर्गत तीन बूथ लगाये गये-एक आरोग्य भवन, दुसरा कैशियर कार्यालय के सामने तथा तीसरा द्वितीय परिसर में।कैम्प का उद्घाटन माननीय कुलपति प्रोफेसर अलोक कुमार राय द्वारा किया गया।

कैम्प का आयोजन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर संगीता साहू के नेतृत्व में अरोज्ञ्य भवन इंचार्ज डा कुसुम यादव द्वारा किया गया। कैम्प में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से डा सोमनाथ, राज्य प्रोग्राम मैनेजर ध्रुव सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डा नित्यानंद ठाकुर,जिला मलेरिया अधिकारी डा रितु श्रीवास्तव, सहायक प्रोग्राम मैनेजर विकास द्विवेदी सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।द्वितीय परिसर मे कैम्प का उद्घाटन निदेशक द्वितीय परिसर डॉ आर.के. सिंह द्वारा किया तथा डॉ अभिषेक कुमार तिवारी,अतिरिक्त छात्र कल्याण अधिष्ठाता के निर्देशन में दवा वितरण किया गया।फाइलेरिया से प्रभावित उच्च दबाव वाले 10 राज्यों मे से उत्तर प्रदेश भी एक है।फाइलेरिया सूक्ष्म, तंतु जैसे कृमियों के कारण होने वाला एक परजीवी संक्रमण है। यह संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है और यह दुनिया भर में उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। फाइलेरिया संक्रमण से अंगों में लिम्फोएडेमा (ऊतकों में सूजन) या एलिफेंटियासिस (त्वचा/ऊतकों में सूजन) और हाइड्रोसील (अंडकोश की सूजन) हो जाता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) फाइलेरिया के वैश्विक उन्मूलन में तेज़ी लाने के लिये तीन औषधीय उपचारों की सिफारिश करता है। उपचार, जिसे आईडीए (IDA) के रूप में जाना जाता है, में आइवरमेक्टिन (Ivermectin), डायथाइलकार्बामाज़िन साइट्रेट (Diethylcarbamazine Citrate) और एल्बेंडाज़ोल (Albendazole) का संयोजन शामिल है।ये दवाएँ लगातार दो वर्ष तक दी जाएंगी। परिपक्व कृमि का जीवनकाल चार वर्ष से अधिक नहीं होता है, इस प्रकार यह व्यक्ति को नुकसान पहुँचाए बिना स्वाभाविक रूप से नष्ट हो जाएगा।भारत का लक्ष्य वैश्विक लक्ष्य से तीन वर्ष पहले यानी वर्ष 2027 तक फाइलेरिया को समाप्त करना है।आज संकाय में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (एलएफ) को खत्म करने के लिए राष्ट्रव्यापी सर्व दवा सेवन या मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) चलाए जा रहे अभियान के तहत के छात्रों के बीच डॉ आर.के. सिंह, निदेशक, द्वितीय परिसर और डॉ अभिषेक कुमार तिवारी,अतिरिक्त छात्र कल्याण अधिष्ठाता के निर्देशन में दवा वितरण किया गया।
Twitter