Dr Nirupama Pandey Misra |
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IMA Lucknow की स्टेट लेवल refresher course CME दिनांक १७ मार्च को संपन्न हुई जिसमें डा निरुपमा मिश्रा डायरेक्टर राजेश्वरी हेल्थ केयर लखनऊ ने किशोरावास्था की समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की।भारत में किशोरों(१०-१९ वर्ष) की संख्या लगभग २४३ मिलियन है जो दुनिया में सबसे अधिक है।ये भारत की आबादी का २१.३%बनाते हैं। इसके बावजूद इनके स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता का अभाव है। डा निरुपमा मिश्रा के अनुसार विकासशील देशों में किशोरियां का कम उम्र में गर्भधारण उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है ।और उनकी मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। उनमें रक्ताल्पता का प्रतिशत भी लगभग 53 %है जो बहुत ज्यादा है। किशोरों में रोड ऐक्सिडेंट मृत्यु का प्रमुख कारण है। इसके अलावा नशा करना, मानसिक तनाव एच आई वी आदि अन्य कारण है जिनका समय रहते इलाज ना होने से उनके लिए और समाज के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। इसका प्रमुख कारण समाज में किशोरों के लिए जागरुकता की कमी है। इसलिए चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है। ताकि वे उनके माता-पिता और समाज के साथ मिलकर किशोरों की समस्याओं और उनके समाधान का प्रयास करें।यह बात डा निरुपमा मिश्रा ने अपने व्याख्यान में बताई। इसके अलावा किशोरों में बढ़ती हिंसा भी चिंता का विषय है जिसका इलाज भी बच्चों के साथ उनके माता-पिता की और घरेलू परिस्थितियों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। बच्चों के स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा चलाई कई योजनाएं जिनमें आयरन फोलिक एसिड का वितरण ,किशोरी शक्ति योजना से किशोरों किशोरियों के सशक्तीकरण की उम्मीद है इसलिए इसकी जानकारी ज़रुरी है ताकि वे इसका लाभ उठा सकें। इसके अलावा किशोरों किशोरियों में टीकाकरण जिसमें सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन जिसको सरकार द्वारा स्कूलों में मुफ्त लगवाने की घोषणा की गई उसपर चर्चा हुई। इस प्रकार समाज के सभी वर्गों को साथ में मिलकर इस दिशा में काम करने से ही सकारात्मक परिणाम मिलेंगे और हमारे किशोर जो भावी नागरिक है बेहतर समाज की नींव रख सकते हैं। ऐसा डा निरुपमा मिश्रा का विचार है।इस संगोष्ठी में शहर के अलग-अलग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपने व्याख्यान दिए । इसके सफल आयोजन के लिए प्रेसिडेंट, सचिवऔर समस्त आई एम ए टीम लखनऊ बधाई की पात्र है। |
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