Varun Sultania |
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माल रोड स्थित एस एन सेन पीजी कॉलेज में प्रचलित आठ दिवसीय व्याख्यानमाला के क्रम में तीसरे दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व एवं आवश्यकता पर जोर डालते हुए दलहन अनुसंधान संस्थान के डॉक्टर मनमोहन देव का व्याख्यान संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर देव तथा प्राचार्य प्रोफेसर सुमन द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा का वंदन तथा माल्यार्पण कर हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के छात्राओं तथा शिक्षक /शिक्षिकाओं को एआई,मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स ,हार्डवेयर बोर्ड्स ,सेंसर एप्लीकेशन प्रोटोकोल,पाइथन एवं कूगर के बारे में जानकारी देना तथा आम जनमानस के प्रतिदिन जीवन शैली में इसके उपयोग तथा आवश्यकता के बारे में अवगत कराना रहा।
डॉक्टर देव द्वारा डीआईएस फोरकास्ट तथा वेदर फोरकास्ट में एआई की भूमिका का महत्व बताते हुए सुपरवाइज तथा उन सुपरवाइज्ड लर्निंग में अंतर, ड्रोन एवं कृषि क्षेत्र में सेंसर अल्ट्रासोनिक वेव के सिद्धांत तथा उपयोग ,महिला किसान ड्रोन निधि,डिजिटल स्काई तथा ड्रोन संबंधित सरकारी नियमावली पर प्रकाश डालते हुए यह भी बताया गया कि आगामी वर्ष तक एआई के बढ़ते उपयोग को देखते हुए मौजूदा 9 बिलियन एआई डिवाइस से 19 बिलियन एआई डिवाइस तक बढ़ोतरी की संभावना है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर शैली बाजपेई, डॉक्टर शिवांगी यादव ,प्रोफेसर गार्गी यादव ,डॉक्टर प्रीति सिंह ,डॉक्टर अमित सिंह ,डॉक्टर रश्मि गुप्ता के साथ-साथ महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण तथा छात्रगण उपस्थित रहे। |
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