वरुण सुल्तानिया |
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मंधना स्थित ब्रह्मावर्त महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा शासनादेश के क्रम में काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मौजूद लोगों को राष्ट्र के लिए अपना बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की अमर गाथाओं से तथा राष्ट्र की स्वतंत्रता में उनके योगदान के बारे में अवगत कराना रहा।
कार्यक्रम की विस्तार से बात करें तो महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विपित्य कटियार द्वारा काकोरी कांड का नाम परिवर्तित कर काकोरी ट्रेन एक्शन रखने के शासन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए अन्य ज्ञानवर्धक व्याख्यान प्रस्तुत किए गए। इसी क्रम में प्राचार्य द्वारा बताया गया की इतिहास के उल्लेखों से प्राप्त जानकारी का संकलन करते हुए काकोरी ट्रेन लूट के पीछे क्रांतिकारियों का मुख्य उद्देश्य संसाधनों की कमी, ब्रिटिश राज को चुनौती एवं असहयोग आंदोलन की वापसी से जनमानस में उपजे हताशा के वातावरण को दूर करना था, जिसके कारण अंग्रेजी हुकूमत द्वारा क्रांतिकारियों को काला पानी तथा मृत्युदंड जैसी सजा दी गई थी।
इसी क्रम में कार्यक्रम में मौजूद 70 से भी अधिक स्वयंसेवकों द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन पर एक लघु नाटिका का मंचन कर तथा भाषण एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित कर 100 वर्ष पूर्व हुए घटनाक्रम को पुनः जीवंत कर कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ो लोगों में वीर रस तथा देशभक्त का संचार कर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया गया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम तथा राष्ट्रगान का उद्घोष कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राचार्य डॉ विपित्य कटियार, डॉ अमित दुबे, डॉ बप्पा अधिकारी के साथ-साथ महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण,कर्मचारीगण तथा छात्रगण मौजूद रहे। |
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