वरुण सुल्तानिया |
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एक ओर जहां शासन प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रयासों के द्वारा तत्परता दिखा रहा है तो वहीं दूसरी ओर कानपुर नगर निगम शासन के कार्यों को ठेंगा दिखाता नजर आ रहा है। मामला कानपुर नगर निगम के जोन 4 स्थित पत्रकार पार्क है जहां विभाग की अनदेखी एवं लापरवाही के कारण हरा-भरा पार्क बीमारियों का गढ़ एवं खंडहर का नमूना बन बैठा है परंतु विभाग आंखें मूंदे मौन है।
इतना ही नहीं विभागीय अनदेखी एवं लापरवाही के कारण पार्क स्थानीय लोगों के कूड़ा फेंकने का अड्डा बन चुका है जिसे विभाग रोकने में विफल साबित हो रहा है। मामले की विस्तार से बात करें तो पार्क के रखरखाव के लिए काफी समय से स्थाई माली की आवश्यकता है जो की कानपुर नगर निगम के उद्यान विभाग के संज्ञान में है। बावजूद इसके विभाग द्वारा इसकी उपलब्धता नहीं कराई गई है। इतना ही नहीं पार्क के भीतर विभिन्न जंगली पेड़ पौधे भी व्याप्त हैं जिसकी कटाई समय समय पर विभाग द्वारा नहीं कराई जाती है। साथ ही साथ पार्क के भीतर टहलने हेतु पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसकी मरम्मत कराने में विभाग विफल साबित हुआ है। इतना ही नहीं प्रदूषण नियंत्रण करने में सहायक साबित होने वाला पार्क वातावरण को दूषित करने वाले जंगली पेड़ पौधे, पार्क के विभिन्न स्थानों पर फैले कूड़े एवं गंदगी से पनपते जीव जंतु तथा बीमारियां एवं फॉगिंग के अभाव में बीमारियों का गढ़ साबित हो रहा है। |
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