व्यापार ही नहीं, शासन करना भी जानते हैं वैश्य : मनन उर्फ़ अर्षित गुप्ता
      01 November 2022

संवाददाता शिवम सिंह लखनऊ
वैश्य समाज हमेशा से व्यापार करता
रहा है। इससे यह मान लिया गया
कि उसके पास शासन करने की
ताकत नहीं है जबकि ऐसा नहीं है।
व्यापार के अलावा मौका मिले तो हम
शासन करके भी दिखा सकते हैं और
समाजसेवा भी।
यह बातें यहां मनन गुप्ता उर्फ
अर्पित ने एक रेस्टोरेंट में आयोजित
दीपावली वैश्य एकता सम्मेलन
में कहीं वह समाज के लोगों को
संबोधित कर रहे थे। उनकी तरफ से
आयोजित कार्यक्रम में जिले भर से
समाज के करीब 200 लोग जुटे थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि वैश्य
समाज भी अन्य की तरह वर्गों-उपवर्गों
में बंटा है। यही कारण है कि कोई भी
दल उन्हें शासन करने या फिर टिकट
देने के लायक नहीं समझता। इसलिए
जरूरी है कि हम एकजुट हो जाएं।
इतिहास को याद दिलाते हुए कहा
कि हमारा समाज हमेशा से विभिन्न
क्षेत्रों में योगदान देता रहा है। बस
एकता नहीं होने से हमें वह सम्मान
नहीं मिला जो मिलना चाहिए था।
अपना दर्द व्यक्त किया कि मंदिर हम
बनवाएं, सामाजिक कार्य में हम आगे
आएं और राजनीतिक दलों को चंदा
भी हम दें। इसके बाद भी हमें कोई
राजनीतिक पार्टी टिकट देने के लायक
तक नहीं समझती है। अखिल भारतीय
उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष
अनिल गुप्त के संचालन व स्वदेश
कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में हुए
कार्यक्रम में समाज की एकजुटता
और राजनीतिक भागीदारी पर ज्यादा
जोर रहा। इस मौके पर रजत गुप्ता
कंचौसी, मनीष गुप्ता, हर्ष गुप्ता,
गौरव गुप्ता मनोज अग्रवाल, अंशुल
गुप्ता, सौरभ गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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