आईटीआई कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रावास की है कमी
      15 December 2022

संवाददाता अर्पित बाजपई
स्वैच्छिक दूनिया ब्यूरो, घाटशिला, हिटी। घाटशिला अनुमंडल में दो सरकारी स्तर पर संचालित होने वाले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में कई सुविधाओं का अभाव है। सरकार इस संस्थान को खोलकर बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण शुरू किया, लेकिन शिक्षको की बहाली करना ही मानो भूल गई।

क्योंकि धालभूमगढ़ प्रखंड के तेतुलडांगा सह डांगाडीह एवं बहरागोड़ा के ईचड़ाशोल मौजा में स्थित आईटीआई कॉलेज शिक्षकों की कमी से जूझ रही है। साथ ही कई अन्य सुविधाओं के कारण अधिकतर छात्र-छात्राएं कॉलेज भी नहीं आते। इतना ही नहीं दोनों कॉलेज में छात्रावास भी नहीं है। इस पर हिन्दुस्तान ने पड़ताल की।

धालभूमगढ़ प्रखंड के तेतुलडांगा गांव के डांगाडीह टोला के समीप अवस्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान घाटशिला नाम से संचालित हो रही है। वैसे तो इस प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना वर्ष 2016 में हुआ था। लेकिन चार-पांच साल यह कॉलेज शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर ही चली, लेकिन वर्ष 2021 में शिक्षकों को नियुक्ति की गई। वर्तमान में इस कॉलेज में 191 छात्र-छात्राएं हैं। यहां तीन ग्रेड में इलेक्ट्रिशियन, फीटर और वेल्डर की पढ़ाई होती है लेकिन शिक्षक की कमी के कारण सर्वेयर की पढ़ाई नहीं होती है। इस कॉलेज में शिक्षकों के नाम पर दो शिक्षक इलेक्ट्रिशियन और वेल्डर के हैं। जबकि दो शिक्षक फीटर के तीन दिन बहरागोड़ा से एवं मैथ के एक दिन जमशेदपुर से प्रतिनियुक्ति पर आते हैं। जबकि स्वीकृत पद 16 है। वैसे एक प्रधान लिपिक भी प्रतिनियुक्ति पर हैं। अन्य चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर मिलाकर कुल सात लोग एजेंसी के माध्यम से डेली वेजेज पर काम करते हैं। इस संबंध में छात्र-छात्राओं का कहना है कि एक तो घाटशिला में कॉलेज आने के लिए रास्ता नहीं है, कई बाधाएं पार कर आते हैं तो शिक्षकों के आभाव में नियमित पढ़ाई नहीं हो पाती है।

शिक्षकों की कमी के कारण अधिकतर छात्र नहीं आते हैं

बहरागोड़ा प्रखंड के ईचड़ाशोल मौजा में स्थित आईटीआई कॉलेज वर्ष 2016 में शुरू किया गया है। यहां प्रचार्य, शिक्षक से लेकर सिक्यूरिटी तक कुल 33 पद है जिसमें सिर्फ दो शिक्षक की नियुक्ति है। इसमें एक फीटर तथा एक वेल्डर के शिक्षक हैं। इसमें फीटर का शिक्षक सप्ताह में तीन दिन घाटशिला आईटीआई कॉलेज में पढ़ाने जाते हैं। उक्त कॉलेज में चार ट्रेड है। इसमें फीटर, इलेक्ट्रिकल, डीजल मैकेनिकल तथा वेल्डर।

उक्त कॉलेज में छात्रावास की सुविधा नहीं है। आईटीआई कॉलेज में चारों ट्रेड में कुल 168 सीट है जिसमें 151 विद्यार्थी भर्ती लिए गए हैं। शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थी भी नहीं आते हैं।

कई सुविधाओं का अभाव प्राचार्य

इस संबंध में कॉलेज के प्रभारी अश्विनी कुमार ने कहा कि कॉलेज में शिक्षकों की कमी, मुख्य पथ से कॉलेज तक पहुंचपथ नहीं होने के कारण काफी छात्र कॉलेज नहीं आते हैं। इतना ही नहीं कॉलेज की चाहरदीवारी नहीं होने से कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फिर भी जो सुविधा मिलती है, उसी में बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।

शिक्षकों की कमी से भारी दिक्कत देव चरण भगत

आईटीआई कॉलेज के प्रभारी प्रचार्य देव चरण भगत ने कहा कि हमारे कॉलेज में शिक्षकों की भारी कमी है। इसीलिए विद्यार्थी भी नहीं आते हैं। सरकार द्वारा कई वर्षों से शिक्षकों की बहाली नहीं की गयी है। यहां बोरिंग नहीं होने के कारण पानी की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। पानी के लिए काफी परेशानी होती है।
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