प्रभात इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डा० निर्विकार कटियार ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय के कुलपति डा०. राजेश पाठक के साथ नए अनुसंधान को अपने नाम कर शिक्षा जगत में नए आयाम स्थापित किए
      22 February 2023

डॉ निर्विकार कटियार
प्रभात इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डा० निर्विकार कटियार ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय के कुलपति डा०. राजेश पाठक के साथ नए अनुसंधान को अपने नाम कर शिक्षा जगत में नए आयाम स्थापित किए।
प्रभात इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ निर्विकार कटियार ने अपने अन्य शोधकर्ता मित्रों के साथ इस अनुसंधान में इलेक्ट्रॉनिक स्टेथोस्कोप को बहुउद्देशीय रूप में डिजाइन कर तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं जिसमें एक ऐसे इलेक्ट्रॉनिक स्टेथोस्कोप की डिजाइन का आविष्कार किया गया है जो शरीर की कम ध्वनि स्तर को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप में बढ़ाकर सर्वोत्तम सुनने में सहायक है यह छाती से प्राप्त ध्वनि तरंगों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करता है इसके अलावा इसका उपयोग धमनियों और नसों में रक्त प्रवाह की आवाज सुनने के लिए भी किया जाता है।
बहुउद्देशीय होने के कारण इसका प्रयोग सर्वाइकल मसाजर के रूप में भी किया जा सकता है जो कि बहुत हल्का, बहुमुखी और घरेलू उपचार हेतु आसानी से प्रयोग में लाया जा सकता है यह शरीर की थकान, सर दर्द आदि में बहुत उपयोगी है।
डॉ० कटियार के साथ ओपीजेएस विश्वविद्यालय के कुलपति तथा अन्य सभी ने अपने महत्वपूर्ण पद पर रहकर अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए अपना बहुमूल्य समय देकर इस अनुसंधान को सफल बनाने में तथा आज की की शिक्षा को आगे बढ़ाने में सफलता सफलता की है।
डॉ० कटियार के साथ ओपीजेएस विश्वविद्यालय के कुलपति तथा अन्य सभी ने अपने महत्वपूर्ण पद पर रहकर अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए अपना बहुमूल्य समय देकर इस अनुसंधान को सफल बनाने में तथा आज की तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में सफलता हासिल की है।
इस अनुसंधान में डा० कटियार के साथ कंप्यूटर साइंस विभाग के अन्य दिग्गज प्रोफ़ेसर जैसे रिजवी इंजीनियरिंग कालेज के निदेशक डॉक्टर इश्तियाक अहमद, वी०बी०आई०टी० बिहार के प्राचार्य डॉ मनीष कुमार, सी०एस०जे०एम० विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुरुचि सिंह तथा एक्सेस इंस्टीट्यूट कानपुर की प्रोफ़ेसर शालिनी गुप्ता और ऋचा मिश्रा ने अपने विचारों को कंप्यूटर ग्राफ़िक्स मे 2D व 3D की पद्धति से नई डिजाइनिंग की तुलना का अध्ययन कर अनुसंधान को सफल बनाने में अपने बहुमूल्य समय व ज्ञान का योगदान दिया है जिसके लिए डा० निर्विकार अपने सभी साथियों का आभार व्यक्त करते है ।
डा० निर्विकार अपने जीवन में अपना समय लगातार नई खोज कंप्यूटर साइंस विभाग की किताबों का विमोचन और छात्रों को पढ़ाने के साथ-साथ उनके प्रयोगात्मक स्तर को बढ़ाने में लगे रहते हैं तथा अपने सभी अनुभवी, तकनीकी ज्ञान व प्रोग्रामिंग में महारथ हासिल किए हुए मित्रों के साथ लगातार कई अन्य प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं जिससे आज के युग में इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों को बेहतर शिक्षा और तकनीकी ज्ञान का आधार मिलेगा। अपने जीवन में आज तक की सफलता का श्रेय् अपने पिता क आशीर्वाद्, परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग व प्रेरणा सूत्र अपने गुरु डॉक्टर रघुराज सिंह कंप्यूटर विभाग एचबीटीआई कानपुर के प्रोफेसर का आभार व्यक्त करते हैं तथा प्रभात इंजीनियरिंग कालेज के चेयरमैन ने डा० कटियार के इस उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहना की तथा प्रभात इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में इस तरह की कंप्यूटर लैब को विकसित करने और प्रोग्रामिंग स्किल को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित भी किया संस्था की सभी टीचर सेक्रेटरी ने डा० कटियार को बधाई दी।
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