इतिहास लिखने के लिए कलम नहीं बल्कि हौसलों की आवश्यकता होती है
      22 March 2023

बिंदु पांडे
स्वैच्छिक दुनिया। कानपुर 21 मार्च, पी.पी.एन. (पी.जी.) कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अनूप कुमार सिंह ने हिंदी एम.ए. उत्तरार्ध के छात्रों को शुभकामनाएं एवं आशीर्वचन देते हुए कहीं ,इतिहास लिखने के लिए कलम की नहीं बल्कि हौसलों की आवश्यकता होती है, इसलिए अपने रास्ते स्वयं चुनिए क्योंकि आपको आपसे ज्यादा बेहतर कोई और नहीं जानता।
हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर निधि कश्यप ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए अपने वक्तव्य में डॉ हरिवंश राय बच्चन की कविता "कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती " का उदाहरण देते हुए कहा कि संघर्ष की राह पर जो चलता है वही संसार को बदलता है, रातों से जंग जीती है जिसने सूरज बनकर सुबह वही चमकता है, क्योंकि जीवन का सफर आसान नहीं होता बिना, संघर्ष के कोई महान नहीं बनता।
प्रोफ़ेसर मधुबाला यादव ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुश्किलें नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर, ख्वाब बदलेंगे हकीकत में तू ज़रा कोशिश तो कर।
डॉ अनूप कुमार सिंह ने छात्रों को आशीर्वचन एवं ढेर सारा प्यार देते हुए कहा कि जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है, मंजिल के कई इंतिहान अभी बाकी है, अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीन हमने, अभी तो सारा आसमान बाकी है
डॉक्टर दिनेश कुमार यादव ने अपने वक्तव्य में कहां कि ईश्वर का दिया कभी अल्प नहीं होता,जो टूट जाए वो संकल्प नहीं होता, हार को लक्ष्य से दूर ही रखना मेरे बच्चों,क्योंकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता।
एम.ए.पूर्वार्ध के छात्रों द्वारा पूर्ण कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन किया गया और एम.ए. पूर्वार्ध तथा पूर्वार्ध एवं उत्तरार्ध के छात्रों द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
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