रक्तदान करना और करवाना लोगों की खुशियों को लाना है
      15 June 2023

बिंदु पांडे
रक्त दान करना और करवाना है लोगों की ख़ुशियों को लाना है

आपस संस्था, खुन खुन जी गर्ल्स डिग्री कॉलेज लखनऊ एवं डी जी कॉलेज कानपुर के सयुंक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर ऑनलाइन जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया । प्राचार्या प्रो अंशु केडिया खुन खुन जी डिग्री कॉलेज प्राचार्या ने मुख्य वक्ता प्रोफेसर डी के अवस्थी अपसा संस्था के अध्यक्ष ,प्रो पूनम शुक्ला हेमवती बहुगुणा गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज प्रयाग राज एवं डॉ अर्चना दीक्षित डी जी कॉलेज कानपुर का स्वागत किया सर्वप्रथम प्रो अवस्थी ने साल 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रक्तदान दिवस मनाने की शुरुआत की थी।

तब से हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाने लगा। हर साल रक्तदाता दिवस की थीम अलग अलग होती है।वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर ने ब्लड ग्रुप सिस्टम के बारे में दुनिया को बताया था। साल 1930 में ब्लड ग्रुप का पता लगाने के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। ऐसे में विश्व रक्तदाता दिवस का दिन वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर को समर्पित है। खून में आयरन की अधिक मात्रा को जमा होने से रोकने के लिए रक्तदान बहुत ही उपयुक्त उपाय है. खून में हाई आयरन के जमा होने से ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
प्रो पूनम शुक्ला ने बताया की 18 से 65वर्ष की आयु में रक्त दान करना चाहिये हीमोग्लोबिन12.5 % से कम और वेट 45 kg से कम नहीं होना चाहिए , साल में दो बार रक्तदान किया जा सकता है इससे हम बीमार नहीं स्वस्थ रहेंगे ।
तीसरे वक्ता डॉ अर्चना दीक्षित ने अवगत कराया की WHO के अनुसार हर साल एक करोड़ यूनिट खून की आवश्यकता होती है पर हार साल25 लाख यूनिट खून की कमी से लोगों की मृत्यु हो जाती है ,ज़रूरत पड़ने पर ब्लड बैंक से ब्लड नहीं मिल पता है हम जो डोनेट करते है उसके बदले में ही मिल पता है, रक्त दान से हार्ट अटैक दर कम होती है क्योंकि आयरन की अधिकता से ब्लड गाढ़ा हो जाता है और
हेमोक्रोमैटोसिस बीमारी हो जाती है ब्लड सर्कुलेशन में समस्या होने से ब्लॉकेज हो जाता है इसलिए रक्त दान अवश्य करे 30 से40 दिनों बाद आपका शरीर फिर से रक्त दान करने के लिये सक्षम हो जाता है,
जब आप रक्तदान करते हैं को आपके मन में एक सुखद अनुभूति होती है कि किसी की मदद करने की. यही आपको रिफ्रेश फील कराती है और आपको खुशी का अनुभव होता है. रक्तदान का मतलब होता है कि किसी को कहीं न कहीं बहुत जरूरी सहायता मिलेगी, और आप किसी आपात स्थिति में किसी की जान बचा रहे होंगे. इस मदद से आपको जो खुशी मिलती है वह आपके मेंटल हेल्थ को काफी इंप्रूव करती है. मानसिक तौर पर आप काफी मजबूत बनते हैं.
धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस की छात्रा सुनीता द्वारा किया गया ।संगोष्ठी में २००छात्राओं ने भाग लिया
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