हिंदी की सार्थकता विषय पर एक परिचर्चा
      10 January 2024

मुजम्मिल अहमद
दिनांक 10/01/2024 को एस .एन. सेन बालिका पीजी कॉलेज कानपुर ने विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के हिंदी विभाग व सभी शिक्षिकाओं द्वारा विश्व पटल पर हिंदी की सार्थकता विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर सुमन ने अपने वक्तव्य में कहा कि वैश्विक स्तर पर हिंदी को दुनिया भर की तमाम देशों में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है

आज के इस वैज्ञानिक युग में प्रत्येक देश संसार के अन्य देशों से अपने संबंध स्थापित करने में लगा हुआ है वैश्वीकरण के इस युग में प्रत्येक देश अन्य देशों से रक्षा व्यापार चिकित्सा शिक्षा आदि क्षेत्रों में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं भारत के अलावा मॉरीशस फिलिपींस गुयाना सूरीनाम में हिंदी व मुख्य बोलियां भोजपुरी अवधि को बोली व समझी जा रही है डिजिटल युग में आज हिंदी सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पहचान जोर-जोर से दर्ज करा रही है आधुनिक भाषा के रूप में हिंदी एक सशक्त संपर्क का रूप लेता जा रहा है ऐसा समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर निशी प्रकाश जी , प्रोफेसर रेखा चौबे, प्रोफेसर मीनाक्षी व्यास जी का वक्तव्य था। संगीत रूप में भी हिंदी आज लोक से विश्व स्तर पर उपस्थिति दर्ज करा रही है ऐसा महाविद्यालय की संगीत विभाग की कप्तान ममता अग्रवाल ने कहा। अपनी भाषा से मानसिक संतोष प्राप्त होता है मनोविज्ञान की वरिष्ठ प्रोफेसर मोनिका सहाय ने कहा। कला से विज्ञान तक हिंदी में पढ़ाया जाने लगा है ऐसा अमिता सिंह ने कहा ।हिंदी जन- जन की भाषा है हिंदी में ही पढ़ना पढ़ाना चलता रहे छात्र-छात्राएं ज्यादा से ज्यादा हिंदी पढ़ करके रोजगार प्राप्त करें ऐसा हिंदी विभाग की डॉक्टर सुभा बाजपेई व सहायक आचार्य रेशमा ने कहा।
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