
मुजम्मिल अहमद |
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दिनांक 05.12.2024 दिन गुरुवार को वी०एस०एस०डी० महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा एक गोष्ठी "बैंकिंग / वित्तीय सेवाओं पर उपभोक्ता शिक्षा एवं जागरुकता का आयोजन किया गया। इस कार्यकम में श्रीमती कनुप्रिया मदान, सहायक महाप्रबन्धक, भारतीय रिजर्व बैंक, कानपुर मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित थी। कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्जवलन तथा माँ सरस्वती के माल्यार्पण से हुआ। अतिथियों का स्वागत विभाग प्रभारी श्रीमती मंजुलता द्विवेदी ने किया तथा उक्त विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने वक्तव्य में प्राचार्य प्रो० विपिन चन्द्र कौशिक ने कहा-
विभिन्न प्रकार के Cyber ठगी को रोकने के लिये वित्तीय एवं बैंकिग सुविधाओं का ज्ञान होना अत्यन्त जरूरी है।
विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो० जया मिश्रा, अर्थशास्त्र विभाग ने कहा कि जिनको इन्स्यूरेन्स इत्यादि की सबसे अधिक आवश्यकता है, अर्थात् हमारी वो साथी जो निर्धन है, उन्हीं को इसकी जानकारी सबसे कम है। अतः जागरुकता कार्यक्रम में भी उनको भी जोड़ना महत्वपूर्ण है।
शिक्षकों और छात्रों को सम्बोधित करते हुए श्रीमती कनुप्रिया मदान ने बैंकिग तथा वित्तीय सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी छात्रों को दी तथा साथ ही बैंकिग / वित्तीय प्रणाली की संरचना तथा उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला। इन्होंने ने छात्रों से प्रश्नोत्तरी की तथा उनके प्रश्नों का सारगर्भित उत्तर भी दिया।
श्रीमती पारू भट्ट, सहायक प्रबन्धक बैंकिग लोकपाल विभाग रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, कानपुर ने अपने उद्बोधन में यह बताया कि किस प्रकार बैंकिग / वित्तीय समस्याओं हेतु शिकायत दर्ज की जा सकती है, तथा किसी भी ठगी या अपराध से बचने हेतु बैंक तथा प्रशासन को कैसे सम्पर्क किया जा सकता है।
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रो० उमेश चन्द्र यादव, अर्थशास्त्र विभाग ने किया। डॉ० दीपा ध्यानी ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में प्रो० आर०के० पाण्डेय, प्रो० मनोज अवस्थी, प्रो० पी०एस० डोबाल, प्रो० एम०बी० पाण्डेय, प्रो० नन्दलाल, प्रो० अवनीश उपाध्याय, प्रो० पी०एन० त्रिवेद्वी, प्रो० अनिल मिश्र, प्रो० अनीता सोनकर इत्यादि सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी छात्र/छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। महाविद्यालय के सभी गणमान्य शिक्षकों ने अपने गरिमामयी उपस्थित सुनिश्चित की। |
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